इजराइल में लगी भयानक आग, हमला, ना हमास का बदला, नेशनल इमर्जेंसी घोषित किया गया, कई इलाके खाली कराए गए हैं,
ग़ज़ा के मासूम बच्चों को मारने वाला इज़राइल, आज खुद कुदरत की आग में झुलस रहा है ये सिर्फ इत्तेफाक है या कुदरत का इंसाफ ? कल तक जो इस्राइल फिलिस्तीनियों पर आग, बम, मिसाइल बरसाने में भी बिल्कुल भी ग़ैरत, शर्म, और बेबसी नहीं दिखाता था वो आज खुद क़ुदरत के हाथों बेबस और लाचार नजर आ रहा है और पूरी दुनिया के सामने मुँह दिखाने के लायक नहीं नहीं बचा, इजराइल के अलग अलग हिस्सों में लगी भयानक आग ने देश को गंभीर संकट में डाल दिया है। जिसकी वजह से , इजराइल में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया गया है। आग ने कई इलाकों को अपनी चपेट में लिया, जिससे हजारों लोगों को उनके घरों से बाहर निकालना पड़ा । जिससे लगभग 10,000 इजरायली सेटलर्स जिन्हें इज़राइल ने बसाया था अपने घरों से भाग रहे और 16 इजरायली घायल हुए., यरुशलम से तेल अवीव के लिए जाने वाला मेन रोड बंद कर दिया गया है, जबकि दोनों शहरों के बीच रेल आवागमन ( transportation) भी रोक गया है।
आग पर काबू पाने के लिए इजराइल ने 63 अग्निशमन दल (fire team) और 11 हवाई जहाजों को तैनात किया है। इसके बावजूद तेज हवाएं और सूखा मौसम आग को फैलने से रोकने में रुकावट डाल रहे हैं। सरकार की ओर से लगातार राहत कार्य जारी हैं, लेकिन आग की लपटें तेजी से फैल रही हैं।
एक्सपर्टस के मुताबिक , यह आग उसी स्थान पर फैल रही है जहां पिछले सप्ताह भी आग लगी थी। इस वजह से यह शक हुआ है कि क्या यह आग कुदरती है या किसी इंसानी लापरवाही का नतीजा है। इस मामले की जांच अब सरकार द्वारा की जा रही है। वहीं, इस हादसे ने इजराइल सरकार को सवालों के घेरे में ला खड़ा कर दिया है कि जब देश की सीमाओं पर पहले से तनाव हैं, तो इस तरह की आफ़त से निपटने के लिए पहले से ही बेहतर तैयारी क्यों नहीं की गई थी।
इस्राइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा :
यह जंगल की आग इंसान की जान, बस्तियों और यरूशलम के लिए खतरा है। यह सिर्फ आग नहीं है, यह एक राष्ट्रीय खतरा है।
मैंने फायरफाइटिंग कमांड सेंटर में एक बैठक की और टीमों को हमारे पास मौजूद सभी उपकरणों का उपयोग करने का निर्देश दिया।
इजराइल जैसे फौज और टेक्नोलॉजी से मज़बूत देश को भी इस क़ुदरती आफ़त के आगे झुकना पड़ा है। इस भयंकर हालात में अंतरराष्ट्रीय मदद की ज़रूरत है, और दुनिया की निगाहें अब इजराइल पर टिकी हैं, जो अपने अंदरुनी कठिनाइयों से जूझ रहा है।सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में यह देखा जा सकता है कि लोग हाइवे पर धुएं के बीच पैदल चलने को मजबूर हैं। अब तक सात लोग अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। राहत की बात यह है कि इस घटना में कोई जान नहीं गई, लेकिन आग की लपटों से खतरा अभी भी बना हुआ है।