After Pahalgam Terror attack : पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीरी मुसलमानों पर हमले बजरंग दल के तीन सदस्य गिरफ्तार….

पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीरी मुसलमानों पर हमले तेज, मसूरी में दो शॉल विक्रेताओं से मारपीट, बजरंग दल के तीन सदस्य गिरफ्तार….

मसूरी, उत्तराखंड: कुछ दिनों पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हमारे देश के अलग अलग हिस्सों में मुसलमानों, ख़ासकर कश्मीरी मुसलमानों पर हमले लगातार जारी हैं। मुसलामानों को कहीं शारीरिक तो कहीं मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है, पहले ये चीजें सिर्फ व्यापारियों साथ थी लेकिन अब आम नागरिकों के साथ भी हिंदुत्ववादी संगठनों के हमलों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।

ऐसा ही एक शर्मनाक मामला उत्तराखंड के मसूरी से सामने आया है, जहां सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दो कश्मीरी शॉल ( चादर) विक्रेताओं को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा बेरहमी से पीटते हुए देखा गया। वीडियो में 2-3 लोग इन व्यापारियों को गालियां देते और उनकी पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं। पीड़ित युवक डरे हुए दिख रहे हैं। आरोप है कि पुलिस पीड़ितों की मदद करने के बजाय उन्हें क्षेत्र छोड़ने को कह रही है।

यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर @TheVoK_official नामक हैंडल से साझा किया गया, जिसमें हमलावर खुलेआम कश्मीरी व्यापारियों से मारपीट करते हुए उनकी पहचान दिखाने की मांग करते हैं।

मामले के तूल पकड़ने के बाद विभिन्न नागरिक समूहों द्वारा दबाव बनाए जाने पर उत्तराखंड पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। उत्तराखंड के डीजीपी दीपम सेठ ने बताया कि मसूरी के मॉल रोड पर कश्मीरी शॉल (चादर) विक्रेताओं के साथ मारपीट करने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।

डीजीपी के मुताबिक , “आरोपियों ने अपनी गलती मानते हुए भविष्य में ऐसा व्यवहार न दोहराने का आश्वासन दिया है। उनके खिलाफ पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।”

गिरफ्तार आरोपियों के नाम : सुरज सिंह (पोस्ट कैंपटी, टिहरी गढ़वाल), प्रदीप सिंह (हाथीपांव, मसूरी, देहरादून), और अभिषेक उनियाल (कंपनी गार्डन, मसूरी, देहरादून) के रूप में हुई है।

कई सालों से मसूरी की लोकल अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देने वाले कश्मीरी व्यापारी इस घटना से आहत हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, मसूरी पुलिस ने इन व्यापारियों को क्षेत्र खाली करने और तत्काल राज्य छोड़ने के निर्देश दिए। इस बीच, ज्यादातर कुपवाड़ा जिले से आए करीब 16 अन्य कश्मीरी व्यापारियों को भी धमकियां दी गईं, परेशान किया गया और उन्हें किराए के मकानों से जबरन निकाला गया। सभी व्यापारी अब घाटी लौट चुके हैं।

जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के अधिकारियों से संपर्क किया है और उन्हें जांच का आश्वासन मिला है।

Local अर्थव्यवस्था में योगदान : 

इन व्यापरियों ने हाथ से बुने शॉल और अन्य उत्पादों के जरिये लंबे समय से मसूरी के बाजार में योगदान दिया है। एक व्यापारी ने कहा, “हम वर्षों से यहां कारोबार कर रहे हैं और स्थानीय समुदाय के साथ शांतिपूर्ण जीवन जी रहे हैं। लेकिन अब हमें बाहरी समझा जा रहा है और जबरन भगाया जा रहा है।”

व्यापारियों का नुकसान :

कई व्यापारियों ने भारी आर्थिक नुकसान की भी शिकायत की है। एक ने बताया, “हमारा करीब 30 लाख का माल अब भी वहां पड़ा है। हमें बिना कुछ लिए घाटी वापस लौटना पड़ा।”

इन हमलों और जबरन निकाले जाने की घटनाओं ने मसूरी के कश्मीरी व्यापारी समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है। अक्सर लोग खाली हाथ लौटे हैं, उनका रोज़गार और जिंदगी दोनों खतरे में हैं।

नतीज़ा:

य़ह घटना कश्मीरी व्यापारियों को निशाना बनाने की एक लंबी श्रृंखला का हिस्सा है। पहलगाम हमले के बाद से ऐसी घटनाओं में तेजी आई है। कई कश्मीरी छात्रों को भी सोशल मीडिया और मुख्यधारा मीडिया के उकसावे के चलते निशाना बनाया गया और उन्हें राज्य छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।

A #Shocking Video from Massore where Some Goons Are Openly beating & abusing kashmiri shawl sellers and asking them to show their Id’s .@OmarAbdullah @MehboobaMufti @parawahid @RuhullahMehdi @IltijaMufti_ @PMOIndia @AmitShah @JKNC_ @jkpdp @sajadlone @SMAltafBukhari pic.twitter.com/jyooSJXo7E

— The Voice Of Kashmir (@TheVoK_official) April 29, 2025

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